Sahiwal

साहीवाल प्रजाति

देश की दुधारू देसी गायों में साहीवाल भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति मानी जाती है। यह गाय मुख्य रूप से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पाई जाती है। इस गाय की खासियत है कि यह सालाना 2000 से 3000 लीटर तक दूध देती हैं । जिसकी वजह से पशु पालकों, दुग्ध व्यवासायिओं की ये पहली पसंद है । यह गाय एक बार मां बनने पर करीब 10 महीने तक दूध देती है। साहीवाल प्रजाति की गाय की अच्छी देखभाल की जाए तो ये कहीं भी रह सकती हैं।

साहीवाल की उत्पत्ति

साहिवाल नस्‍ल की उत्पत्ति शुष्क पंजाब क्षेत्र में हुई है, ये क्षेत्र भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप स्थित है। इस गाय को पाकिस्तान के साहीवाल जिले से उत्पन्न माना गया है, इसी वजह से इस का नाम साहीवाल रखा गया और इसी नाम से ये नस्‍ल मशहूर हो गई ।  

साहीवाल प्रजाति के और नाम

इस प्रजाति की गाय को कई और नाम से भी पुकारा जाता है, जिनमें एक नाम लैंबी बार है, तो वहीं इन गायों को कुछ इलाकों में लोला, मॉन्टगोमेरी या फिर मुल्तानी और लेली के रूप में भी जाना जाता है।

साहीवाल गाय की शारीरिक विशेषताएं

रंग

सहीवाल प्रजाति की गायें गहरे लाल और गहरे भूरे रंग की होती हैं । इस नल की गायों की चमड़ी देखने में ढीली होती है, इसी वजह से इन्‍हें एक नाम लोला गाय भी मिला है ।   

लेकिन साहीवाल गाय को पहचानने के लिए सिर्फ इसका रंग जानना काफी नहीं है, इस नस्‍ल की गाय की अन्‍य शारीरिक विशेषताओं के बारे में भी आपको बताते हैं ।

साहीवाल प्रजाति के पशु गहरे शरीर, ढीली चमड़ी वाले, छोटे सिर और छोटे-छोटे  सींग वाले होते हैं । इनका शरीर लंबा और खूब मांसल होता है, लेकिन इनकी टांगें छोटी और पूंछ थोड़ी पतली होती है । साहीवाल प्रजाति के पशुओं की खाल यानी चमड़ी काफी चिकनी होती है, ये चमकदार होती है ।

ऊंचाई

मादा साहीवाल की बात करें तो इनक ऊंचाई 120 सेमी के आस-पास होती है, वहीं नर साहिवाल की पीठ पर बड़ा कूबड़ होता है । इसकी ऊंचाई करीब 136 सेमी तक हो सकती है ।

वजन  

नर साहीवाल का वजन 450 से 500 किलोग्राम होता है, जबकि मादा साहीवाल गाय 300 से 400 किलोग्राम तक की होती है ।

साहीवाल गाय की दूध उत्पादन क्षमता

साहीवाल गाय अपनी दूध उत्‍पादन क्षमता की वजह से दुग्‍ध व्‍यापारियों के बीच पसंदीदा नस्‍ल बनी हुई है । भारत की देसी गायों में ये गाय सबसे अधिक दूध देती है । साहीवाल नस्‍ल की गायें रोजाना 10 से 16 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है । आंकड़ों पर गौर करें तो साहीवाल अपने एक दुग्धकाल के दौरान औसतन 2270 लीटर दूध दे सकती है ।

साहीवाल गाय की दुग्‍ध उत्‍पादन क्षमता और दुग्‍ध गुणवत्‍ता को लेकर NDRINDRI-National Dairy Research Institute करनाल के आंकडें कुछ इस प्रकार हैं –

  • 2,326 kg (range 1,600 to 2,750 kg).
  • Average lactation length is 318 days (range 285 to 375 days).
  • Fat is 4.8 to 5.1% (average 4.93%).
  • Service period averages 176 days (range 140 to 200 days).
  • Calving interval averages 451 days (range 390 to 550 days).

दूध की गुणवत्‍ता

अब बात करते हैं साहीवाल प्रजाति की गाय के दूध की गुणवत्‍ता की । इस नस्‍ल की गाय के दूध में 3 प्रकार के प्रोटीन पाए जाते हैं –

अल्फा, बीटा और ग्लोबिन। सबसे खास बात ये कि बीटा प्रोटीन में A1 और  A2 एलील पाया जाता है । वैज्ञानिकों ने शोध कर बताया है कि केवल साहीवाल नस्ल की गाय के दूध में ही एलील A2 शामिल था, इसके अलावा दूसरी नस्लों के दूध में पाए जाने वाले हिस्टिडीन प्रोटीन के बजाय साहीवाल के दूध में प्रोलिन पाया जाता है । इस अतिरिक्त एलील के होने के कारण साहीवाल का दूध पूरी मानव जाति के लिए एक वरदान के रूप में कार्य करता है ।

बीमारियों में फायदा

ये वैज्ञानिक तौर पर साबित किया जा चुका है कि साहीवाल गाय का दूध कॉलेस्ट्रॉल को संतुलित रहता है, मधुमेह और हृदय की समस्याओं को ठीक करने में सहायक है। इस दूध का नियमित सेवन व्‍यक्ति को मजबूत बनाता है ।

साहीवाल – कम लागत में लालन-पालन

साहीवाल नस्‍ल की देसी गाय की एक और खूबी है कि उसका लालन-पालन कम लागत में भी किया जा सकता है । भारत की ये नस्‍ल किसी भी वातावरण के अनुकूल खुद को ढालने में सक्षम है, उचित देखभाल के साथ आप इन्‍हें आसानी से कहीं भी पाल सकते हैं ।  

प्रजनन

साहीवाल गाय की प्रजनन अवधि 15 महीने की होती है । इस देसी गाय की एक और विशेषता है कि ये प्रजाति दीर्घायु होती है और करीब 20 वर्ष तक प्रजनन कर सकती है । देसी गाय की ये प्रजाति सबसे स्‍वस्‍थ प्रजाति कही जाती है ।

साहीवाल गाय की अन्य विशेषताएं

  • साहीवाल प्रजाति की देसी गाय का शरीर गर्मी, परजीवी और किलनी प्रतिरोधी होता है ।
  • पशुपालक और किसानों के लिए यह गाय कम खर्च में बहुत अधिक फायदेमंद साबित होती है ।
  • इस गाय से दूध का सबसे अधिक उत्‍पादन मिलता है, साथ ही दूध की गुणवत्‍ता भी कमाल की है ।
  • साहीवाल गाय का प्रजनन आसानी से करवाया जा सकता है, इसमें अधिक समस्‍या पेश नहीं आती ।
  • साहीवाल गायें स्‍वभाव की बहुत ही अच्‍छी होती हैं, इन्‍हें आप कहीं भी आसानी से पाल सकते हैं ।
  • उत्‍तर भारत का तापमान इस देसी गाय के लिए उत्‍तम माना गया है । इन पशुओं में गर्मी सहने की अच्छी क्षमता होती है ।
  • साहीवाल प्रजाति की गायें एशिया, अफ्रीका समेत कई देशों में भारत से निर्यात की जाती है ।

मुख्‍य प्रदेश

साहीवाल प्रजाति की देसी गाय भारत में मुख्यत: उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, बिहार और मध्यप्रदेश में पायी जाती हैं । यहां इन गायों के रख रखाव और पालन के लिए संस्‍थान बनाए गए हैं ।

साहीवाल प्रजाति की गाय की कीमत

यदि आप पशुपालक हैं और इस गाय को पालना चाहते हैं तो साहीवाल गाय की कीमत लगभग 70 से 75 हजार रुपये से शुरू होती है । यदि कोई पशुपालक इस गाय को खरीदना चाहता है तो नीचे दिए गए लिंक पर जाकर एक बार जरूर देखें, यहां आपको देसी गायों की उन्‍नत किस्‍म से जुड़ी समस्‍त जानकारी उपलब्‍ध होगी –

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